5 July 2024

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शारदेन स्कूल में ग्रैंड एनुअल फंक्शन ने बांधा समां

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मुजफ्फरनगर। शारदेन स्कूल मुज़फ्फरनगर के प्रांगण में चल रहे दो दिवसीय वार्षिक उत्सव के दूसरे दिन छात्र-छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रमों द्वारा सभी को अपनी ओर आकर्षित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गजेंद्र सिंह (पीसीएस) एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट , श्री गजेंद्र सिंह जी की पूजनीय माताजी एवं धर्मपत्नी श्रीमती मोनिका सिंह जी रहे।
मुख्य अतिथि श्री गजेंद्र सिंह, पूजनीय माताजी एवं धर्मपत्नी श्रीमती मोनिका सिंह का स्वागत तिलक करके,माला पहनाकर एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर किया गया।
श्रीमती सुरभि गुप्ता जी(A.D.J.) श्री ए०सी ०जैन जी(A.D.J.) श्रीमती दिव्या भार्गव जी (A.D.J.)गरिमा मल्होत्रा जी(A.D.J.)श्री एवं श्रीमती सीताराम जी (A.D.J.)और नीतीश सिंघला जी (A.D.J.) डॉ दीपक गोयल जी, श्री आलोक कुमार जी, श्री कीर्ति भूषण जी, श्री गौरव आनंद जी, श्री रजनीश गोयल जी, श्री अतुल हसन जी, श्री एवं श्रीमती अब्दुल राव आरिश जी ,पूर्व विधायक सोमांस प्रकाश जी, भारतीय प्रेस परिषद के सदस्य अंकुर दुआ जी, भूषण कुमारजी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।5
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के कर कमलो द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
तत्पश्चात संगीत छात्रों के द्वारा “एकदंताय वक्रतुंडाय ” गणेश वंदना मंच पर प्रस्तुत की गई , कक्षा 6 के छात्रों द्वारा “अलीबाबा चालीस चोर”नाटक प्रस्तुत किया गया, कक्षा 7बी के छात्रों द्वारा “गरबा ” नृत्य प्रस्तुत किया गया, कक्षा 7 स के छात्रों द्वारा “है सलाम तुझे इसरो” सम्मानित गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया गया, यू के जी क्लास के नन्हे मुन्ने बच्चों ने क्लैप क्लैप नृत्य द्वारा दर्शकों में नई ऊर्जा भर दी।

  कार्यक्रम का आकर्षण जी-20 थीम रहा। जिसे दुनिया रोड मैप के तौर पर देख रही है, जिसके जरिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भारत की एक नई तस्वीर व शक्ति और सामर्थ्य को दर्शाया, उसी को शारदेन स्कूल के कक्षा तीन ,यूकेजी ग्रीन, दो ,तीन, और एक के विद्यार्थियों ने ऐतिहासिक तौर पर मंच पर दर्शाया है। छात्रों ने G-20 समिट के प्रभाव एवं उद्देश्यों को तथा महत्वपूर्ण बिंदुओं को मंच पर प्रस्तुत किया है। इस प्रस्तुति के द्वारा विद्यार्थियों ने भारत की आवाज की ओर बुलंद कर दिया है। भारत को एक विश्व गुरु के रूप में पहचान मिली है। 
      "वसुधैव कुटुंबकम यानी एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य" को दर्शाने के लिए छात्रों ने पंजाबी नृत्य, गुजराती नृत्य, संबलपुरी नृत्य, राजस्थानी नृत्य प्रस्तुत किया गया। छात्रों की इस प्रस्तुति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। अभिभावको, माता-पिता तथा अतिथियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से छात्रों का उत्साह वर्धन किया। कक्षा 6 के छात्रों द्वारा " अभिमन्यु वध " मंच पर प्रदर्शित किया गया और कक्षा  एल०के ०जी० व यू०के०जी०के छात्रों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के वीरता के संघर्ष को मंच पर दर्शाकर प्रांगण को वीर रस से भर दिया गया। कक्षा 9 और 10 के छात्रों द्वारा 7 चक्रास जो हमारे शरीर में सात चक्र होते हैं और स्वयं को जागरूक करने के लिए जब वह सात चक्र जाग जाते हैं तो शिव और शक्ति का मिलन होता है इन्हीं चक्र के बारे में समझने के लिए नृत्य के स्वरूप दर्शाया गया है। कक्षा 10 के छात्रों द्वारा कृष्ण लीला को मंच पर इस प्रकार प्रस्तुत किया गया कि शारदेन स्कूल का प्रांगण भक्ति मय बन गया। विद्यार्थियों की वस्त्र सज्जा और रंगों का चुनाव आकर्षक था। प्रांगण एवं मंच की शोभा अति सुंदर भव्य रूप में की गई थी। जिसमें बच्चों के स्वयं निर्मित कला एवं वस्तुओं का संग्रह अद्भुत था। शारदेन स्कूल का स्टाफ अभिभावकों की उच्च स्तरीय सोच समझ एवं रुझान और भव्यता को प्रदर्शित करता है।

     प्रधानाचार्य श्रीमती धारा रतन जी ने अभिभावको व अतिथियों का दिल से स्वागत किया तथा विद्यालय की वार्षिक प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर विद्यालय के संस्थापक स्वर्गीय श्री रतन लाल एवं श्रीमती शारदा देवी फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथि द्वारा 15000 रू० की धनराशि पुरस्कार रूप में प्रदान की गई। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के साथ उनके माता-पिता को भी मंच पर आमंत्रित कर सम्मानित किया गया। 
     शारदेन स्कूल ट्रस्ट की ओर से सभी छात्रों को चार लाख अस्सी हजार रुपए की धनराशि पुरस्कार के रूप में प्रदान की गई ताकि भविष्य में आने वाली पीढ़ी अपने कठिन परिश्रम के द्वारा स्कूल का, अध्यापकों का माता-पिता का नाम रोशन कर सके और अपनी भविष्य में निरंतर प्रयत्न करके अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।
       मुख्य अतिथि जी ने कहा कि मुझे यहां आकर बहुत खुशी मिली, बच्चों ने बहुत मेहनत की रंगारग प्रस्तुति में,हर प्रोग्राम दिल को छूने वाला था।सच में अपने स्कूल के दिन याद आ गए। शिक्षा से लेकर क्रिएटिविटी तक यहां के बच्चे बहुत आगे निकल चुके हैं।आजकल के बच्चे इतने अच्छे नंबर लाते हैं कि हैरानी होती है, लेकिन जो बच्चे 99 और 100 नहीं ला पाए उन्हें निराश नहीं होना चाहिए। उनके लिए बहुत सारी अपॉर्चुनिटी है। शारदेन स्कूल मैनेजमेंट की ओर से बच्चों को जो पुरस्कार रूप में धनराशि दी जा रही है वह भी बच्चों को आगे बढ़ाने में प्रेरित करेगी। यही बच्चे कल का भविष्य होंगे। मेरी ओर से स्कूल के प्रबंधक श्री विश्व रतन जी को, प्रधानाचार्य श्रीमती धारा रतन जी को और यहां के सभी अध्यापकों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देती हूं ।मुझे यहां आकर बहुत अच्छा लगा और आप सबका धन्यवाद करती हूं कि आपने मुझे यहां आने का मौका दिया।
            विशिष्ठ अतिथि श्री गजेंद्र सिंह जी ने सभी छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि शारदेन स्कूल के बच्चे बहुत मेहनती हैं, बहुत परिश्रमी है और वह पढ़ाई के साथ-साथ सभी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। चाहे वह छोटे हों या बड़े, सभी छात्र हमेशा बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। मुझे इस बात का बहुत गर्व है, कि शारदेन स्कूल के मैनेजमेंट ने छात्रों को इतनी सुविधाऐ दी है कि वह हर विभाग में अपनी जगह स्वयं बनाते जा रहे हैं। बच्चे हर क्षेत्र में आगे निकल रहे हैं, मुझे इस बात की भी बहुत खुशी है, बच्चों ने बहुत मेहनत की है लेकिन इसमें सबसे बड़ा सहयोग स्कूल का और यहां के अध्यापकों का है जो समय-समय पर बच्चों को सदमार्ग दिखाते हैं। मुझे यहां आकर बहुत खुशी मिली कि मुजफ्फरनगर में शारदेन स्कूल सबसे बेस्ट है क्योंकि यहां के बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी बढ़ावा दिया जाता है। 
        स्कूल प्रबंधक विश्व रतन जी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें ग्लोबल एक्स्पोज़र चाहिए, इसके लिए एजुकेशन को चार दिवारी से बाहर निकलना पड़ेगा। हर जगह एडजस्ट होने वाले, कभी ना हार मानने वाले, लक्ष्य को केंद्रित करने वाले बच्चे हो, ऐसा मेरा प्रयास है। शारदेन स्कूल के विद्यार्थियों की विशेषता है कि वे कहीं भी रहे, किसी भी परिस्थिति में हो, लेकिन अपना लक्ष्य प्राप्त जरूर कर लेंगे। बच्चों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए क्योंकि सबसे पहले निरोगी काया का होना ही सौभाग्य की बात होती है। 

कार्यक्रम का संचालन अनुष्का जैन, हिफजा दिलशाद, ईशान तायल, गरिमा कपिल, केशव आनंद, मैथिली अग्रवाल और ओजल सिंगल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सभी अध्यापकों का सहयोग रहा।